सोमवार, अक्टूबर 14, 2024
सोमवार, अक्टूबर 14, 2024

होमFact Checkराहुल गाँधी की वर्षों पुरानी फोटोशॉप्ड तस्वीर भ्रामक दावे के साथ सोशल...

राहुल गाँधी की वर्षों पुरानी फोटोशॉप्ड तस्वीर भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल है

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

सोशल मीडिया पर राहुल गाँधी की एक तस्वीर वायरल हो रही है, तस्वीर में उन्हें एक सोफे पर बैठकर रक्त दान करते हुए देखा जा सकता है, तस्वीर में देखा जा सकता है कि रक्त दान करते वक़्त रक्त की बोतल उलटी लटकी हुई है। तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी रक्त दान करने का फर्जी ढोंग रच रहे हैं।

ट्वीट का आर्काइव लिंक यहाँ देखें।

राहुल गाँधी की रक्त दान करने वाली इस वायरल तस्वीर को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।

फेसबुक पोस्ट का लिंक

फेसबुक पोस्ट का लिंक

Fact check / Verification

हाथरस की घटना के बाद से राहुल गाँधी एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं।सोशल मीडिया पर रक्त दान करते हुए उनकी एक तस्वीर वायरल है। तस्वीर को देखने के बाद हमें इसके एडिटेड होने की आशंका हुई। जिसके बाद तस्वीर का सच जानने के लिए हमने अपनी पड़ताल आरम्भ की।

पड़ताल के दौरान हमने सबसे पहले वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल के माध्यम से खोजना शुरू किया। इस दौरान हमने पाया कि वायरल तस्वीर कुछ वर्ष पहले भी वायरल थी।

इसके साथ हमने पाया कि वायरल तस्वीर को समय-समय पर सोशल मीडिया पर कई बार वायरल किया जाता रहा है। नीचे दिए गए पोस्ट्स के माध्यम से यह देखा जा सकता है कि इस तस्वीर को कई वर्षों से शेयर किया जा रहा है।

राहुल गाँधी द्वारा रक्त दान किए जाने वाली इस तस्वीर की सटीक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने गूगल पर बारीकी से खोजना शुरू किया। खोज के दौरान हमें reddif.com नाम की वेबसाइट पर 31 जुलाई साल 2015 को छपे एक लेख में वायरल तस्वीर प्राप्त हुई।

लेकिन इस दौरान वेबसाइट पर मिली तस्वीर में हमने पाया कि राहुल के बगल में रखा वह स्टैंड जिस पर रक्त दान के दौरान रक्त की बोतल लटकी हुई है वो मौजूद नहीं है।

यह देखने के बाद तस्वीर के एडिटेड होने का हमारा शक और मजबूत हुआ और हमने गूगल पर तस्वीर को दोबारा और बारीकी से खोजा। इस दौरान हमें गूगल पर वायरल तस्वीर outlook नामक वेबसाइट पर मिली।

तस्वीर के कैप्शन में जानकारी देते हुए यह बताया गया है कि इस तस्वीर को मार्च 2014 में राहुल गाँधी के एक इंटरव्यू के दौरान लिया गया था। साथ ही यह भी बताया गया है कि राहुल गाँधी का यह इंटरव्यू उनके दिल्ली स्थित आवास पर पीटीआई न्यूज़ एजेंसी द्वारा लिया गया था।

इस इंटरव्यू के दौरान राहुल की कई और तस्वीरों को भी देखा जा सकता है।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्वीर एक fakingnews नाम की वेबसाइट पर भी मिली। वेबसाइट का आर्काइव लिंक यहाँ देखा जा सकता है। जहां राहुल गाँधी की रक्त दान वाली इस वायरल तस्वीर को वेबसाइट पर साल 2014 में व्यंग के तौर पर इस्तेमाल किया गया था।

बता दें कि Faking news वेबसाइट खबरों को व्यंग्य का रूप देकर प्रकाशित करती थी। अब यह वेबसाइट बंद हो चुकी है।

Conclusion

पड़ताल के दौरान मिले तथ्यों से पता चला कि वायरल तस्वीर पुरानी तथा फोटोशॉप्प्ड है साथ ही इस तस्वीर को fakingnews नाम की वेबसाइट द्वारा हंसी-मज़ाक के लिए बनाया गया था। असल में यह तस्वीर साल 2014 में राहुल गाँधी के आवास पर पीटीआई न्यूज़ एजेंसी द्वारा लिए गए एक इंटरव्यू के दौरान की है।

Result:Manipulated

Our Sources

https://web.archive.org/web/20160502135006/https://www.fakingnews.firstpost.com/2014/04/rahul-gandhi-shows-proof-of-his-large-heartedness/

https://live.outlookindia.com/photos/people/rahul-gandhi/6193/20?photo-87072

https://news.rediff.com/commentary/2015/jul/31/if-you-see-rss-person-in-gajendra-kaunsa-filmmaker-dikh-raha-hai-rahul-gandhi-mein/129293d6afdc1255eb89915bd4d88610

(किसी संदिग्ध ख़बर की पड़ताल, संशोधन या अन्य सुझावों के लिए हमें WhatsApp करें: 9999499044  या ई-मेल करें: checkthis@newschecker.in)

Authors

A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Nupendra Singh
A rapid increase in the rate of fake news and its ill effect on society encouraged Nupendra to work as a fact-checker. He believes one should always check the facts before sharing any information with others. He did his Masters in Journalism & Mass Communication from Lucknow University.

Most Popular