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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
इस हफ़्ते सोशल मीडिया पर राजस्थान के करौली में हुई हिंसा की खबरें सुर्खियों में रहीं। इस घटना में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाए जाने की खबरें भी खूब शेयर की जा रही हैं। यह दावा भी शेयर किया गया कि हल्दीराम ने अपने फलाहारी नमकीन में मांस मिलाया है। इसी तरह रामनवमी के उत्सव पर हेलीकॉप्टर द्वारा भक्तों के ऊपर पुष्प वर्षा किए जाने का पुराना वीडियो भी वायरल हुआ। हमारी टीम ने कुछ ऐसे ही फेक दावों का फैक्ट चेक करके उनका सच दुनिया के सामने रखा है।
क्या हल्दीराम के फलाहारी मिक्स नमकीन में मिला है मांस?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर कर दावा किया गया कि शाकाहारी खाद्य पदार्थों को बेचने के लिए मशहूर हल्दीराम कंपनी ने अपने फलाहारी मिक्स नमकीन में मांस मिलाया है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा फेक साबित हुआ।
क्या करौली हिंसा के बाद राजस्थान के लोगों ने कांग्रेस को वोट न देने की खाई कसम?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि करौली में हुई हिंसा के बाद राजस्थान के लोगों ने एकजुट होकर कांग्रेस को वोट न करने की शपथ ली है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
हेलीकॉप्टर से भक्तों पर पुष्प वर्षा किए जाने का पुराना वीडियो भ्रामक दावे के साथ हुआ वायरल
करौली में हुई हिंसा के बीच एक वीडियो शेयर कर दावा किया गया कि राजस्थान के सीकर में बीते 10 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा के दौरान लोगों पर हेलीकॉप्टर द्वारा पुष्प वर्षा की गई। हमारी पड़ताल में यह दावा भ्रामक साबित हुआ।
हैंडपंप से पानी पीते यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पुरानी तस्वीर भ्रामक दावे के साथ वायरल
सोशल मीडिया पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एक तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया गया कि मुख्यमंत्री रहते हुए भी प्यास लगने पर वह हैंडपंप पर पानी पीने पहुँच गए।
प्रसाद में नशीला पदार्थ खिलाकर लूट किए जाने के नाम पर वायरल हुआ स्क्रिप्टेड वीडियो
सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया था कि अब कुछ लोग प्रसाद में नशीला पदार्थ मिलाकर लूट कर रहे हैं। हमारी पड़ताल में पता चला कि स्क्रिप्टेड वीडियो को लोग सच मान बैठे।
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Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.