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Fact Sheets
हाल ही में संपन्न हुए टोक्यो ओलंपिक्स में भारत की झोली में कुल 7 पदक आये. एक स्वर्ण, दो रजत और 4 कांस्य पदकों के साथ भारत का यह अब तक के सभी ओलंपिक खेलों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.
नीरज चोपड़ा ने जहां जेवलिन थ्रो में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया, तो वहीं कुश्ती में रवि कुमार दहिया और वेट लिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने भारत के लिए रजत पदक जीता. अगर भारत को मिले 4 कांस्य पदकों की बात करें तो इनमे से एक पदक बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू, एक पदक बॉक्सर लवलीना बोरगोहाईं, एक पदक भारतीय पुरुष हॉकी टीम तथा पहलवान बजरंग पुनिया को मिला है.
भारत की तरफ से टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने गए सभी खिलाड़ी वापस अपने देश पहुंच चुके हैं. ऐसे में भारत के कोने-कोने से इन खिलाड़ियों के भव्य स्वागत समारोह की खबरें आ रही हैं तथा सोशल मीडिया पर भी टोक्यो ओलंपिक्स और पदक विजेताओं को लेकर एक उत्साह का माहौल बना हुआ है. टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने से पहले जिन खिलाड़ियों की सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स की संख्या काफी कम थी, अब उनको लाखों की संख्या में लोग फॉलो करने लगे हैं. इसी वजह से इन एथलीट्स के नाम पर पैरोडी हैंडल बनाकर फॉलोवर्स तथा इंगेजमेंट बढ़ाने वालों की बाढ़ सी आ गई है. इसके साथ ही ये पैरोडी हैंडल्स टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय एथलीट्स के नाम पर कई भ्रामक बयान भी जारी किये गए. इसी वजह से हमने अपने पाठकों को इन ट्विटर हैंडल्स का सच बताने का फैसला किया.
बता दें कि पूर्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत रालोद प्रमुख जयंत चौधरी भी इन फर्जी ट्विटर हैंडल्स को सही मानकर उनसे इंटरैक्ट कर चुके हैं.
आइये जानते हैं कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान कैसे प्रतिभागी भारतीय खिलाड़ियों के नाम पर फर्जी ट्विटर हैंडल्स बनाकर भ्रामक दावे शेयर किये गए.
भारत के लिए एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा के नाम पर कई फर्जी ट्विटर हैंडल्स बनाये गए. ऐसे ही एक फर्जी ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट शेयर कर यह बयान दिया गया कि, “ये गोल्ड मेडल मेरी और मेरे कोच की वर्षों मेहनत का नतीजा है। मोदी जी को इसका क्रेडिट देने की कोशिश ना करें”.
उक्त ट्विटर हैंडल के बायो के अनुसार यह ट्विटर ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा का है. ज्ञात हो कि ट्विटर पर किसी अन्य व्यक्ति को इम्पर्सनेट करना प्लेटफार्म के नियमों का उल्लंघन है, इसी वजह से ट्विटर आये दिन इस तरह के पैरोडी हैंडल्स को सस्पेंड करता रहता है.
इसी प्रकार, कई फेसबुक ग्रुप्स में एक तस्वीर शेयर किया जा रही है, जिसमें नीरज चोपड़ा के नाम पर बने एक और फर्जी ट्विटर हैंडल द्वारा दिए गए एक बयान का जिक्र है.
बता दें कि ट्विटर पर 2017 में बना नीरज चोपड़ा का अकाउंट सत्यापित है. गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा आखिरी ट्वीट 8 अगस्त, 2021 को किया गया था तथा उसके पहले का ट्वीट 26 जुलाई, 2021 को किया गया था. बता दें कि नीरज चोपड़ा ने किसान आंदोलन या उनके स्वर्ण पदक का क्रेडिट लेने को लेकर कोई ट्वीट नहीं किया है.
भारतीय महिला हॉकी टीम मेडल भले ही ना जीत पाई हो, लेकिन टीम सेमीफाइनल खेलकर सुर्ख़ियों में आ गई थी. सोशल मीडिया तथा अन्य माध्यमों से लोगों ने हारने के बाद भी भारत की महिला हॉकी टीम को देश का गौरव बताया. इसी बीच हरिद्वार के रोशनाबाद गांव की रहने वाली महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया के परिवार जनों को तथाकथित उच्च जाति से संबंधित पड़ोसियों द्वारा जातिसूचक शब्द कहे गए. जिसके बाद पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया था.
बता दें कि वंदना कटारिया के परिवार को जातिसूचक शब्द कहे जाने के बाद, उनके नाम पर कई फर्जी ट्विटर हैंडल्स बनाये गए. जब इन हैंडल्स द्वारा शेयर किये गए ट्वीट्स बड़ी तादाद में शेयर किये जाने लगे, तब अंततः वंदना कटारिया ने खुद आगे आकर उनके नाम पर बनें फर्जी ट्विटर हैंडल्स के बारे में जानकारी देकर इन हैंडल्स द्वारा कही जा रही बातों पर ध्यान ना देने का अनुरोध किया.
बता दें कि वंदना कटारिया द्वारा फर्जी ट्विटर हैंडल्स के बारे में सूचित किये जाने के बाद ट्विटर ने उनके नाम पर बने, सभी फर्जी ट्विटर हैंडल्स को सस्पेंड कर दिया.
पाकिस्तान की तरफ से टोक्यो ओलंपिक की जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता में चौथे स्थान पर आने वाले अरशद नदीम के नाम पर एक ट्विटर अकाउंट बनाकर नीरज चोपड़ा को अपना आदर्श बताकर उन्हें स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी गई. साथ ही साथ उक्त पैरोडी हैंडल ने पाकिस्तान के लिए पदक ना जीत पाने का अफ़सोस भी जताया था.
बता दें कि अरशद नदीम के नाम पर बने उक्त फर्जी ट्विटर हैंडल को सच मानकर Times Now, NDTV, Hindustan Times, News18, Zee तथा TV9 Bharatvarsh समेत कई अन्य मीडिया संस्थानों ने फर्जी हैंडल द्वारा शेयर किये गए ट्वीट को अपनी रिपोर्ट्स में जगह दी.
इस मामले में अरशद नदीम ने एक वीडियो जारी कर अपने असल सोशल मीडिया अकाउंट्स के बारे में जानकारी दी है. साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि उनका असल ट्विटर हैंडल @ArshadNadeem76 है.
जैसा कि हमने अपने पूर्व के लेखों में बताया है कि लगभग हर बड़ी घटना या खबर के बाद सोशल मीडिया पर भारी तादाद में संबंधित लोगों के नाम पर फेक ट्विटर हैंडल्स बनाये जाते हैं. पूर्व में हमने अपनी रिपोर्ट्स के माध्यम से किसान आंदोलन की शुरुआत में भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत के नाम पर बनाये गए 27 फर्जी ट्विटर हैंडल्स का पर्दाफाश किया था, तो वहीं किसान आंदोलन के दौरान मेरठ की एक किसान महापंचायत में ABP News छोड़कर किसान आंदोलन का समर्थन करने वाले पत्रकार Rakshit Singh के नाम पर बनें फर्जी ट्विटर हैंडल्स का भी हमने पर्दाफाश किया है. हम अपने इस लेख के माध्यम से अपने पाठकों को यह बताना चाहते हैं कि वे किसी हस्ती के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शेयर किये गए बयानों को ही आधिकारिक माने तथा पैरोडी हैंडल्स से किये जा रहे ट्वीट्स के जांच के लिए, किसी फैक्ट-चेकर की सहायता लें.
अपडेट: जैसा कि हमने अपने लेख में बताया था कि ‘पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम ने पूर्व में एक वीडियो शेयर कर यह जानकारी दी थी कि उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल @ArshadNadeem26 है.’ नई जानकारी के अनुसार, अरशद नदीम ने उपरोक्त वीडियो को डिलीट कर दिया है तथा उन्होंने एक नया वीडियो जारी कर यह जानकारी दी है कि उनका आधिकारिक ट्विटर हैंडल @ArshadNadeem76 है.
अरशद नदीम के हालिया वीडियो के बाद हमने अपने लेख में बदलाव कर अरशद नदीम द्वारा दी गई जानकारी को शामिल किया है. इसके परिणामस्वरूप अरशद नदीम द्वारा बताये गए @ArshadNadeem26 की जगह @ArshadNadeem76 कर दिया गया है.
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