राजस्थान में मुख्यमंत्री पद के लिए पहली बार विधायक बने भजन लाल शर्मा के नाम की घोषणा कर भाजपा ने सबको चौका दिया. भजन लाल शर्मा के नाम की घोषणा होने के बाद से ही उनके साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि की भी काफी चर्चा हो रही है. सोशल मीडिया यूजर्स पुरानी तस्वीरें शेयर कर उनके संघर्ष का भी दावा कर रहें हैं. इसी बीच एक वायरल तस्वीर शेयर कर यूजर्स यह दावा कर रहें हैं कि इसमें राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को सरकारी बस से अपने गांव अटारी से जयपुर जाते हुए देखा जा सकता है.
अपनी जांच में हमने पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व वरिष्ठ अधिकारीगण बालासोर ट्रैन हादसे के बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा बुलाई गयी मीटिंग में हादसे की समीक्षा कर रहे थे उसी दौरान वे जिस प्रेजेंटेशन को देख रहे थे उसकी जगह प्रेमानंद महाराज की वीडियो एडिट कर फ़र्ज़ी दावे के साथ उसे साझा किया जा रहा है।
जांच में पाया कि जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि एक बच्चे का बिलखता हुआ वीडियो सबरीमाला में हुई उसकी गिरफ्तारी का है, वैसा नहीं है। असल में यह सबरीमाला मंदिर की भारी भीड़ के उस बच्चे के अपने पिता से बिछड़ जाने के बाद का है। अपनी जांच में हमें पता चला कि पुलिस के हस्तक्षेप से कुछ समय में ही बच्चा अपने पिता से मिल गया।
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के हत्यारोपियों की पुलिस द्वारा पिटाई के नाम पर शेयर किए जा रहे इस दावे की पड़ताल के लिए हमने इसके एक की-फ्रेम को 'torture third degree' कीवर्ड्स के साथ गूगल पर ढूंढा. इस प्रक्रिया में हमें यह जानकारी मिली कि वायरल वीडियो साल 2019 से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
बीजेपी द्वारा मुख्यमंत्री के लिए उनके नाम की घोषणा किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गयी। आलोचना और बधाइयों के बीच मोहन यादव के कई पुराने वीडियो गलत सन्दर्भ के साथ वायरल होने लगे। इन वीडियो में कहीं मोहन यादव तलवार बाजी करते दिख रहे हैं तो कहीं धमकाते और गाली-गलौज करते हुए।