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आज के तकनीकी युग में सोशल मीडिया ख़बरों का एक बड़ा माध्यम बन चुका है। यह एक ऐसा मंच है, जहां देश-दुनिया की हर समसामयिक घटनाओं को लेकर चर्चाएं होती ही रहती हैं। इस मंच के अपने फायदे नुकसान भी होते हैं। कई बार लोग जानबूझकर या फिर अनजाने में किसी ऐसी घटना के बारे में जानकारी शेयर कर देते हैं, जो कमोवेश गलत या भ्रामक होती है। इस सप्ताह भी कुछ ऐसा ही हुआ। सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की कुछ तस्वीरें वायरल हुईं, तो वहीं किसान आंदोलन को लेकर भी पुरानी और असंबंधित तस्वीरें शेयर की गई। इस सप्ताह हमारी टीम ने ऐसे ही कई दावों का फैक्ट चेक किया है।
क्या न्यूयॉर्क टाइम्स ने पीएम मोदी को बताया दुनिया का सबसे शक्तिशाली और पसंदीदा नेता?
सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग के साथ दावा किया गया कि अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स ने मोदी को दुनिया का लोकप्रिय और सबसे शक्तिशाली नेता बताया है। हमारी पड़ताल में यह दावा फेक साबित हुआ।
क्या केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपना लिया हिंदू धर्म?
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया गया कि केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने हिन्दू धर्म अपना लिया है। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
क्या पतंजलि ने लांच किया चिकन मसाला?
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से दावा किया गया कि पतंजलि ने चिकन मसाला बनाना और बेचना शुरू कर दिया है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल हुआ दावा पूरी तरह से गलत है।
पीएम मोदी की एडिटेड तस्वीर गलत दावे के साथ हुई वायरल
सोशल मीडिया पर पीएम मोदी की एक तस्वीर के साथ दावा किया गया कि जब वह नए लोकसभा भवन का निर्माण देखने पहुंचे थे, तब एक फोटोग्राफर ने जमीन पर लेटकर उनकी तस्वीर खींची थी। हमारी पड़ताल में वायरल दावा भ्रामक साबित हुआ।
क्या किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद की है ये वायरल तस्वीर?
बीते सोमवार यानी 25 तारीख को आंदोलनरत किसानों ने भारत बंद बुलाया था। इसी क्रम में एक तस्वीर वायरल हो गई। दावा किया जाने लगा कि यह तस्वीर मौजूदा भारत बंद के दौरान की है। हमारी पड़ताल में पता चला कि वायरल तस्वीर हालिया भारत बंद की नहीं है।