Wednesday, November 5, 2025
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Weekly Wrap: कोरोना और ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों से लेकर कई अन्य मुद्दों तक, इस हफ़्ते सोशल मीडिया पर वायरल हुए टॉप 5 फेक दावों का Fact Check

Written By Newschecker Team
May 29, 2021
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कोरोना वायरस की तरह ब्लैक फंगस भी भारत में तेजी से अपने पैर पसार रहा है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कोरोना की तरह ही ब्लैक फंगस को ठीक करने के घरेलू उपचारों की कई लिस्ट वायरल होने लगी है। हमारी टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ ऐसे ही फेक दावों की पड़ताल करके उनका सच दुनिया के सामने रखा है।

क्या कोरोना वैक्सीन लगवाने के दो साल बाद लोगों की हो जाएगी मौत?

नोबेल विजेता प्रोफेसर ल्यूक मॉन्टैग्नियर के हवाले से दावा किया गया कि कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की दो साल के भीतर मौत हो जाएगी। वैक्सीन ले चुके लोगों का इलाज भी संभव नहीं है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल दावा भ्रामक है।

पूरा फैक्ट चेक यहां पर पढ़ा जा सकता है।

क्या बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में कराया गया भर्ती?

भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल है। तस्वीर में साध्वी प्रज्ञा एक स्ट्रेचर पर लेटी हुई हैं और कुछ लोग उन्हें एंबुलेंस के अंदर लेकर जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि गोमूत्र से कोरोना के इलाज का ज्ञान देने वाली साध्वी प्रज्ञा अब खुद बीमार होने के बाद मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती हुई हैं। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल तस्वीर तकरीबन 8 साल पुरानी है।

पूरा फैक्ट चेक यहां पर पढ़ा जा सकता है।

वायरल वीडियो में नजर आ रही महिला नहीं हैं बीजेपी सांसद मेनका गाँधी

एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रहा है। वीडियो में एक महिला, मोदी सरकार की आलोचना करती हुई नजर आ रही हैं। दावा किया जा रहा है कि वीडियो में नजर आ रही महिला बीजेपी नेता मेनका गांधी हैं। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा गलत है।

पूरा फैक्ट चेक यहां पर पढ़ा जा सकता है।

क्या ये घरेलू नुस्खे दिला सकते हैं ब्लैक फंगस से निजात?

सोशल मीडिया पर ब्लैक फंगस से लड़ने के लिए कई घरेलू उपचार साझा किए जा रहे हैं। एक अखबार की कटिंग शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि ब्लैक फंगस से लड़ने में तेल, नमक, हल्दी और फिटकरी का मंजन कारगर है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि वायरल दावा भ्रामक है।

पूरा फैक्ट चेक यहां पर पढ़ा जा सकता है।

क्या कोरोना के इस संक्रमण काल की हैं सोशल मीडिया पर वायरल हुई पत्थर की ये मूर्तियां?

बिस्तर पर लेटे हुए भगवान की मूर्तियों की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा कि भगवान को कोरोना हो गया है, इसलिए उन्हें क्वारंटाइन किया गया है। जब हमने दावे की पड़ताल की तो पाया कि ये दावा भ्रामक है।

पूरा फैक्ट चैक यहां पर पढ़ा जा सकता है।


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