लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ चुकी है. जिन प्रत्याशियों के नामों की घोषणा हो चुकी है, वे रैलियों, नुक्कड़ सभाओं और जनसंपर्क के माध्यम से मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं तो वहीं ऐसे प्रत्याशी जो टिकट के दावेदार हैं, वे अपने-अपने दलों के शीर्ष नेतृत्व की परिक्रमा और तमाम तरह के जुगाड़ लगाने में जुटे हुए हैं. चुनावों के मौसम में आपको सोशल मीडिया पर हजारों ऐसे पोस्ट्स मिल जाएंगे जिनमे तमाम सीटों को लेकर जातीय और सामुदायिक समीकरणों की गुणा-गणित समझाई गई हो.
आचार संहिता लागू होने के बाद भाजपा के झंडे छोड़कर आम आदमी पार्टी के झंडे/होर्डिंग उतारे जाने का दावा भ्रामक है। वायरल वीडियो आचार संहिता लागू होने से पहले की है। वीडियो में 'आप' के पोस्टर नहीं बल्कि कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ के पोस्टर हटाए जा रहे थे।