अयोध्या में राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा की घोषणा के बाद से ही विभिन्न धर्मों विशेषकर हिन्दू धर्म से जुड़ी भ्रामक जानकारियों में वृद्धि हुई है. भाजपा तथा तथा एनडीए के अन्य दलों के समर्थक जहां राम मंदिर के निर्माण का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे रहे हैं तो वहीं विपक्षी दलों के समर्थक सत्तारूढ़ दल पर राजनीति के लिए धर्म के इस्तेमाल का आरोप लगा रहें हैं.