रविवार, मई 5, 2024
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वार्षिक आर्काइव: 2023

राम मंदिर थीम पर बने पंडाल के वीडियो को अयोध्या के राम मंदिर का समझ रहे हैं लोग

अयोध्या के राम मंदिर का बताकर वायरल हो रहा वीडियो असल में कलकत्ता के दुर्गा पूजा पंडाल से हैं। वीडियो में दिख रहा स्थान राम मंदिर थीम पर बना हुआ पंडाल है।

यात्रियों का सामान चोरी करते एयरपोर्ट स्टाफ के इस वीडियो का सच कुछ और है

वायुयान से यात्रा करने के पहले यात्रियों को स्वयं की तथा अपने सामान की जांच करवानी होती है. यह प्रक्रिया सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए पूरी जाती है. Hindustan Times, The Hindu, India Today, NDTV समेत अन्य मीडिया मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विभिन्न भारतीय हवाई अड्डों पर तैनात कर्मचारियों द्वारा यात्रियों के सामान तथा पैसे चुराने की कई घटनाएं सामने आई हैं. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक वीडियो शेयर कर इसे एयरपोर्ट स्टाफ द्वारा यात्रियों के पैसे तथा सामान चोरी करने का बता रहे हैं.

क्या राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा “भ्रष्टाचार हमारी प्रमुख प्राथमिकता”?

Newschecker ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो आधा अधूरा है, असल में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भ्रष्टाचार उन्नमूलन को अपनी प्राथमिकता बताया है.

Fact Check: अमेरिका ने नहीं खोला डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर विश्व का सबसे बड़ा पुस्तकालय

जांच से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि सोशल मीडिया पोस्ट में डॉ भीम राव अम्बेडकर के नाम से जोड़कर किया गया दावा फ़र्ज़ी है। इन पोस्ट्स के साथ डॉ भीम राव अम्बेडकर पुस्तकालय की बताकर साझा करी गयी तस्वीरें असल में चीन देश के तिआनजिन बिन्हाई पुस्तकालय की हैं। अमेरिका में डॉ भीम राव अम्बेडकर के नाम से विश्व का सबसे बड़ा पुस्तकालय नहीं बना है।

क्या तस्वीर में दिख रहा मुस्लिम व्यक्ति राम मंदिर के लिए मूर्तियां बना रहा है?

अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के पहले सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं देखने को मिल रही हैं. मूर्तिकारों के मुस्लिम होने, मंदिर निर्माण पर कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन तथा कपिल सिब्बल के आत्महत्या करने के बयान से लेकर प्रधानमंत्री के राम मंदिर निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों के साथ भोजन करने तक, सोशल मीडिया पर राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित कई भ्रामक दावे शेयर किए जा चुके हैं, जिनका सच यहां पढ़ा जा सकता है.

मुस्लिम शिल्पकार मोहम्मद जमालुद्दीन और उनका बेटा बिट्टू नहीं बना रहे रामलला की मूर्ति, भ्रामक दावा हो रहा है वायरल

अपनी जांच में हमने पाया कि रामलला की मूर्ति को मुस्लिम शिल्पकारों द्वारा तैयार किये जाने का दावा भ्रामक है। शिल्पकार मोहम्मद जमालुद्दीन और उनका बेटा बिट्टू रामलला की मुख्य मूर्ति तैयार नहीं कर रहे हैं, बल्कि वे मंदिर परिसर में स्थापित किये जाने के लिए फाइबर की मूर्ति बना रहे हैं।

क्या प्रधानमंत्री मोदी ने राम मंदिर के निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों के साथ भोजन किया?

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा 7 नवंबर 2023 को शेयर किए गए ट्वीट के अनुसार, 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी. ट्रस्ट द्वारा 19 दिसंबर 2023 को शेयर किए गए ट्वीट से यह जानकारी मिलती है कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण का कार्य अभी प्रगति पर है. सोशल मीडिया पर भी मंदिर निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा से संबंधित हजारों पोस्ट्स शेयर किए जा चुके हैं. इसी क्रम में सोशल मीडिया यूजर्स एक तस्वीर शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में जुटे श्रमिकों के साथ भोजन किया.

राहुल गांधी द्वारा खुद को दर्जी बताने के भ्रामक दावे से वायरल यह वीडियो अधूरा है

Newschecker ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो एडिटेड है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा दिए गए एक भाषण के अलग अलग हिस्सों को जोड़कर यह भ्रामक दावा किया गया है.

नए मुख्यमंत्री का बताकर वायरल हो रहा है भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा का पुराना वीडियो

पड़ताल से हम इस निष्कर्ष पर पहुँचते हैं कि वायरल वीडियो में दिख रहे व्यक्ति भाजपा द्वारा नव-चयनित मुख्यमंत्री नहीं हैं। किया जा रहा दावा भ्रामक है। वीडियो में दिख रहे व्यक्ति मध्यप्रदेश के हुजूर से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा हैं।

क्या McDonald’s ने जारी किया गाय के साथ बर्बरता वाला Logo? जानें इस वायरल तस्वीर का सच

पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न कंपनियों और व्यापारों के बहिष्कार का चलन काफी हद तक बढ़ गया है. सोशल मीडिया पर आए दिन किसी ना किसी बिज़नेस के बहिष्कार की मांग की जाती है. बहिष्कार की इन मांगों के पिछे सोशल मीडिया यूजर्स यह तर्क देते हैं कि उक्त कंपनी द्वारा किए गए किसी कार्य से लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. हालांकि कई बार ऐसा भी होता है कि यूजर्स बहिष्कार की इन मांगों के बीच फेक न्यूज़ और भ्रामक जानकारी के भी शिकार हो जाते हैं.

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