एक महिला के साथ पुलिसकर्मी द्वारा की जा रही हिंसा की जिस वीडियो को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की हालिया वीडियो बताकर शेयर किया गया है वह असल में वर्ष 2020 में पश्चिम बंगाल के बदुरिया में कोविड लॉकडाउन के दौरान राशन के अनुचित बंटवारे को लेकर हुई घटना की है।
Claimआजतक एंकर चित्रा त्रिपाठी ने अपने वीडियो में पीएम मोदी पर साधा निशाना.Factनहीं, वायरल वीडियो फ़र्ज़ी है.
सोशल मीडिया पर आजतक की एंकर चित्रा त्रिपाठी...
सोशल मीडिया पर 3 मार्च 2024 को हुई जनविश्वास रैली से जोड़कर शेयर की गयी तस्वीर उससे सम्बंधित नहीं है। पटना के गाँधी मैदान की यह तसवीरें असल में साल 2017 की है।
यूपी पुलिस की ओर से कॉन्स्टेबल भर्ती की पुनः परीक्षा 20 और 21 जून को होने का फर्जी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) की ओर से ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया गया है।
तीन साल पहले किसान आंदोलन की आड़ में पंजाब से आये तीन युवकों द्वारा बहादुरगढ़ में डकैती के प्रयास की घटना को हालिया किसान आंदोलन के साथ जोड़कर भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।