Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.
Claim
दिल्ली में 4 लाख रोहिंग्या मुस्लिम आ गए हैं इनके आने से करीब 41 हज़ार बच्चे भी गायब हो चुके हैं। दिल्ली पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। सोशल मीडिया में कुछ इसी तरह का एक क्लेम तेजी से वायरल हो रहा है।
Verification
देश की राजधानी दिल्ली में 4 लाख रोहिंग्याओं के आने से करीब 41 हज़ार हिन्दू बच्चे गायब हो गए हैं। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की उदासीनता पर भी सवाल उठाता एक सन्देश तेजी से सोशल मीडिया में शेयर किया जा रहा है। ट्विटर द्वारा वेरिफाइड हैंडल अतुल कुशवाहा जो खुद को भारत सरकार दूरसंचार मंत्रालय में कार्यरत बताता है, ट्वीट किया है ” दिल्ली मे 4 लाख रोहिंग्या मुल्ले आ गए 41,000 हिन्दू बच्चे गायब हो गए..? दिल्ली पुलिस को कुछ नहीं पता पर उगाही के सभी ठिकाने पता हैं। अतुल ने इस ट्ववीट पर एक निजी समाचार चैनल के मालिक को भी टैग किया है।
क्या सच में देश की राजधानी में 4 लाख रोहिंग्या मुसलमान आ गए हैं? इस बाबत पड़ताल के दौरान कुछ अन्य ट्विटर हैंडल भी मिले जिन्होंने इस सन्देश को शेयर किया है।
रोहिंग्या मुसलामानों द्वारा इतनी बड़ी संख्या में घुसपैठ की पड़ताल के दौरान साल 2018 में
अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक खबर हाथ लगी। इस खबर में लद्दाख से हज़ारों रोहिंग्याओं के लापता होने से देश पर आतंकी खतरे की आशंका जताई गई थी।
खबर की पड़ताल के दौरान जुलाई साल 2019 में
न्यूज़ 18 द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला। लेख ने अपने शीर्षक ‘हर 8 मिनट में एक बच्चा हो रहा है लापता, 5 सालों में दिल्ली से 41 हजार बच्चे गायब’ के हवाले से दिल्ली से गायब हो रहे बच्चों पर प्रकाश डाला है।
मानव तस्करी सहित आपसी रजिंश जैसे कई अन्य मामलों की वजह से ऐसी घटनाओं में वृद्धि होने की बात कही गई है। खबर में एक दिलचस्प आंकड़ा पेश किया गया है जो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों पर आधारित है। देश भर में हर 8 मिनट पर एक बच्चे के गायब होने की बात कही गई है।
इस लेख में साल 2012 से 2017 तक के आंकड़े बताए गए हैं जब राजधानी से 41000 बच्चे गायब हो गए थे। लेख में इस बात का कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है कि गायब होने वाले बच्चे सिर्फ हिन्दू समुदाय के थे।
बात करें दिल्ली पुलिस की तो पता चलता है कि अक्सर कई मामलों में पुलिस ने छापेमारी कर बच्चों को बरामद करने में सफलता हासिल की है। यहां यह भी जानना बेहद जरूरी है कि जिन रोहिंग्या मुसलमानों की बात की जा रही है आखिर वो हैं कौन और उनके साथ हुआ क्या था। पड़ताल के दौरान
बीबीसी का एक लेख मिला जिसमें
रोहिंग्या संकट के बारे में विस्तार से बताया गया है।
हमारी पड़ताल में यह साफ हो गया कि दिल्ली में 4 लाख रोहिंग्या मुसलमानों के घुसपैठ की खबर झूठी है। साथ ही यह खबर भी भ्रामक है कि रोहिंग्या मुसलमानों के आने से दिल्ली में 41000 हिन्दू बच्चे गायब हो गए। ट्वीट में दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान उठाए गए हैं जो बेहद भ्रामक है।
Tools Used
- Google Keywords
- Twitter Advanced Search
Result
False
Since 2011, JP has been a media professional working as a reporter, editor, researcher and mass presenter. His mission to save society from the ill effects of disinformation led him to become a fact-checker. He has an MA in Political Science and Mass Communication.