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इस सप्ताह के सभी भ्रामक खबरों तथा दावों का यहाँ पढ़ें एक साथ संक्षिप्त विवरण
पत्रकार राहुल कंवल ने ‘वंदे मातरम’ उद्घोष को बताया राष्ट्रद्रोह !
What a downfall!@rahulkanwal is so frustrated after his fake JNU sting got busted that now he believes chanting Vande Mataram is anti-national! pic.twitter.com/rXea7AYY50
— Madhur (@ThePlacardGuy) January 12, 2020
इन दिनों सोशल मीडिया पर पत्रकार राहुल कंवल का वीडियो खूब वायरल हुआ। वीडियो में राहुल ये कहते हुए नजर आ रहे हैं कि वन्दे मातरम कहना भी राष्ट्रद्रोह है। दरअसल मामला 2016 का है, जब कोर्ट में कन्हैया कुमार की सुनवाई के दौरान कुछ वकीलों ने कोर्ट के अंदर वन्दे मातरम के नारे लगाए थे। जिस पर इंडियन टुडे के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल ने कोर्ट के अंदर ‘वन्दे मातरम’ का नारे लगाने वाले वकीलों का इंटरव्यू लिया था।
इस दौरान साल 2016 को ‘इंडिया टुडे‘ की वेबसाइट पर इस पूरे इंटरव्यू का वीडियो प्राप्त हुआ। जहां वह यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि कोर्ट के अंदर किसी प्रकार के नारे लगाना गैर संवैधानिक है, गैर कानूनी है जिसके कारण वकीलों द्वारा लगाए गए वंदे मातरम के नारे को राहुल राष्ट्रद्रोह कह रहे हैं।
पाकिस्तानी माँ द्वारा बच्चे को पोलियो ना पिलाए जाने वाले फिल्मी सीन को तारक फ़तेह ने बताया असली
ट्विटर पर तारक फ़तेह ने एक वीडियो शेयर किया है वीडियो में एक महिला दो पोलियो कर्मियों को डांट फटकार कर भगा देती है। वायरल वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तानी मां ने पोलियो कर्मियों के चेहरे पर दरवाजा बंद करते हुए कहा कि “मैं कभी भी अपने बच्चों को ये बूंदें लेने की अनुमति नहीं दूंगी। कभी भी मेरे बच्चे इन बूंदों को नहीं पीएंगे। कभी नहीं-कभी नहीं।”
What is this teach @ImranKhanPTI ??
“I will never ever allow my children to take these drops. Never never will my kids drink these drops. Never.”Pakistani mother slams the door shut in the face of Polio workers. Screams at the two female volunteers: pic.twitter.com/E3ohfoC0F0
— Areesha Ashi (@AreeshaAshi) January 15, 2020
दरअसल वायरल क्लिप एक पाकिस्तानी फिल्म Load Wedding से ली गयी है। वायरल क्लिप को नीचे दिए गए वीडियो में 34 मिनट 27 सेकंड पर देखा जा सकता है।
DSP देवेंद्र सिंह के सन्दर्भ में वर्षो पुरानी पुलिस कर्मी की तस्वीर हुई वायरल
जम्मू कश्मीर में DSP देवेंद्र सिंह के गिरफ्तार हो जाने के बाद से सोशल मीडिया पर इस मामले से जुड़ी खबरों की भरमार लगी हुई है, इन्हीं खबरों के साथ कांग्रेस नेता संजय गढीया ने भी अपने ट्विटर हैंडल से एक पुलिस कर्मी की गिफ्तारी वाली तस्वीर को शेयर कर बताया जम्मू कश्मीर मे DSP देवेंद्र सिंह गाड़ी मे दो आंतकवादियों के साथ गिरफ्तार।
जम्मू कश्मीर मे DSP देवेंद्र सिंह गाड़ी मे दो आंतकवादियों के साथ गिरफ्तार।
दिल्ली चुनाव मे भाजपा को फायदा पहुंचाने के लिए
आंतकवादियों को दिल्ली पहुंचने में कर रहा था मदद।जिसको 15 अगस्त पर राष्ट्रपति मैडल से सम्मानित किया था भाजपा सरकार ने।
– संजय गढीया
राजकोट गुजरात pic.twitter.com/6cwpq8jBXg— Sanjay Gadhia (@Sanjay_Gadhia) January 12, 2020
जबकि indian express की वेबसाइट पर प्रकाशित लेख से पता चला कि वायरल तस्वीर CBI DSP देवेंद्र कुमार है। इसके बाद गूगल पर जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तार हुए DSP देवेंद्र सिंह के नाम से खोजने पर जो तस्वीर प्राप्त हुई वह वायरल तस्वीर से पूर्णतः भिन्न थी।
नीचे दी गयी तस्वीर में दोनों पुलिस कर्मी को देखा जा सकता है।
दिल्ली सरकार की 200 यूनिट बिजली फ्री देने वाली योजना एक चुनावी स्टंट बता कर हुई वायरल
सोशल मीडिया पर Department of Power के एक ऑर्डर की कॉपी वायरल हो रही है। वायरल कॉपी में दावा किया गया है कि दिल्ली में 200 यूनिट तक फ्री बिजली की सुविधा 31 मार्च, 2020 को ख़त्म हो जाएगी। साथ ही कॉपी को शेयर करने वाले यूजर दावा कर रहे है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने लोगों को बेवकूफ बनाया है। सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए 31 मार्च 2020 तक ही बिजली के बिल में छूट दी है।
यह उस ऑर्डर की कॉपी है। जिसमें केजरीवाल की सरकार ने लोगों को बेवकूफ बनाया है। सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए 31 मार्च 2020 तक ही बिजली के बिल में छूट दी है । pic.twitter.com/ciShddpzyH
— SAFFRON (@Nationfirst0012) January 15, 2020
जिसके बाद Department of Power के सैकरेट्री (Secretary) से संपर्क करने पर हमने जाना कि फेसबुक और ट्विटर पर किये जा रहे दावे में कोई सच्चाई नहीं है। दरअसल दिल्ली में 200 यूनिट फ्री बिजली का प्रावधान सीएम अरविंद केजरीवाल अगस्त 2019 में लेकर आए थे। Department of Power की मदद से केजरीवाल ने यह स्कीम चालू की थी। सरकार को इस ऑर्डर को हर साल Renew करवाना पड़ता है जिसकी आखिरी तारीख 31 मार्च होती है। क्योंकि भारत में Financial year 1 अप्रैल से 31 मार्च तक का होता है। जिसके हिसाब से इस ऑर्डर की आखिरी तारीख 31 मार्च होती है। दरअसल राजधानी दिल्ली में 8 फरवरी, 2020 को विधानसभा के चुनाव होंगे जिसका फैसला 11 फरवरी 2020 को आएगा। तो 11 फरवरी को दिल्ली में जिसकी भी सरकार आएगी वह अगर चाहेगी तो 200 यूनिट फ्री बिजली के ऑर्डर को Renew करवाएगी। इसका मतलब यह नहीं है कि अरविंद केजरीवाल ने चुनाव जीतने के लिए 31 मार्च, 2020 तक ही इस सुविधा को दिल्लीवासियों को दिया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ संघ का नया भारतीय संविधान, जाने क्या है हिन्दू राष्ट्र के नए संविधान का सच?
सोशल मीडिया पर एक PDF फाइल वायरल हुई जिसे आरएसएस के राष्ट्रीय सर संघचालक मोहन भागवत की तस्वीर के साथ शेयर कर दावा किया जा रहा है कि अब भारत होगा हिन्दू राष्ट्र जहां संघ द्वारा बनाये गए नए भारतीय संविधान का पालन किया जायेगा। जिसके मुताबिक भारत में समस्त जातियों और धर्मों का वर्णन केवल चार वर्ग में होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा “नया संविधान लागू करने” वाली फर्जी खबर @RSSorg की छवि खराब करने, संघ को बदनाम करने तथा समाज में घृणा एवं द्वेष फैलाकर हिंसा कराने का षड्यंत्र।
खबर के खिलाफ मेरठ और लखनऊ में FIR दर्ज । #RSS#FakeNews pic.twitter.com/httpDqne25— NARENDER KUMAR (@NARENDER1970) January 17, 2020
Nagpur: Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) has lodged complaint in connection with online circulation of PDF booklet named as ‘New Indian Constitution’ which has been attributed to Mohan Bhagwat.
— ANI (@ANI) January 17, 2020