Authors
An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.
श्रद्धा मर्डर केस का मामला सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर ‘लव जिहाद’ का एंगल देकर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इसी बीच एक वीडियो वायरल है, जिसमें एक लड़के को कुछ लोग पीटते नज़र आ रहे हैं। वहीं, वीडियो में एक लड़की भी दिखाई दे रही है, जिसके चेहरे पर चोट के निशान मौजूद हैं। वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
Fact Check/Verification
दावे की सत्यता जानने के लिए हमने वायरल ट्वीट के कमेंट सेक्शन को देखना शुरू किया। हमें एक यूजर का कमेंट नज़र आया, जिसने बताया कि ये वीडिझारखण्ड का है और तीन साल पुराना है। इसमें ‘लव-जिहाद’ का कोई एंगल नहीं है।
इसकी मदद लेते हुए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया। हमें ईटीवी भारत पर सितंबर 2019 में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में जो तस्वीर मौजूद है वो वायरल वीडियो के एक फ्रेम से मैच करती है। रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना झारखंड के रांची जिले के पिठोरिया में 15 सितंबर 2019 को हुई थी। अरविंद कुमार नामक एक व्यक्ति ने अपनी प्रेमिका पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए उसे जान से मारने की कोशिश की थी। इस दौरान दोनों में जबरदस्त बहस हुई और अरविंद ने लड़की पर हमला कर दिया। लड़की अपनी जान बचाने के लिए आवाज लगाने लगी, जिसे सुनकर मौके पर पहुंचे लोगों ने लड़के की पिटाई कर दी।
इस घटना को दैनिक भास्कर और प्रभात खबर ने भी सितंबर 2019 में प्रकाशित किया था। सभी मीडिया रिपोर्ट में आरोपी लड़के का नाम अरविंद बताया गया है।
इसके बाद हमने ट्विटर पर टाइम फ्रेम लगाकर सर्च किया। हमें U News UP नामक ट्विटर हैंडल द्वारा 15 सितंबर 2019 को किया गया एक ट्वीट मिला। इसमें वायरल वीडियो का अंश देखा जा सकता है। ट्वीट में दी गई जानकारी के अनुसार, रांची में एक प्रेमी को अपनी प्रेमिका की हत्या करते लोगों ने रंगे हाथों पकड़ लिया। लोगों ने इस दौरान प्रेमी की जमकर पिटाई की।
पड़ताल के दौरान हमने हिंदुस्तान अखबार के रांची एडिशन में कार्यरत विशेष संवाददाता अखिलेश से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि ये तीन साल पुरानी घटना है और इसमें ‘लव-जिहाद’ का एंगल नहीं है। वहीं, इस मामले को कवर करने वाले रांची के ही स्थानीय पत्रकार वसीम ने भी इस बात की पुष्टि की की तीन साल पुराने इस मामले में ‘लव-जिहाद’ का कोई एंगल नहीं है। उन्होंने हमें तीन साल पुरानी वीडियो रिपोर्ट् भी भेजी जिसमें इस घटना के बारे में विस्ता्र से बताया गया है। इसमें पिठोरिया थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी विनोद कुमार की वीडियो बाइट है। उन्होंने बताया कि इस मामले में लड़के द्वारा लड़की पर शादी का दवाब बनाया जा रहा था, जिसे लड़की इंकार कर रही थी। इस बीच आरोपी लड़के ने लड़की पर चाकू से वार कर दिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके अलावा, यह वीडियो साल 2020 में भी सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल था। इस वीडियो पर Newschecker की पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
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Conclusion
हमारी पड़ताल में यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया पर तीन साल पुराना वीडियो अभी का बताकर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। इस मामले में सांप्रदायिक एंगल नहीं है।
Result: False
Our Sources
ETV Report
Prabhat Khabar
Tweet by U News UP
Conversation with Ranchi Hindustan Special Correspondant Akhilesh
Conversation with Ranchi Local Reporter Wasim
Youtube Video by Taaza Khabar
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An enthusiastic journalist, researcher and fact-checker, Shubham believes in maintaining the sanctity of facts and wants to create awareness about misinformation and its perils. Shubham has studied Mathematics at the Banaras Hindu University and holds a diploma in Hindi Journalism from the Indian Institute of Mass Communication. He has worked in The Print, UNI and Inshorts before joining Newschecker.