Authors
An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.
Claim
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे पश्चिम बंगाल में मुस्लिम लोग हिंदुओं को मार रहे हैं.
Fact
ये वाडियो चार साल से ज्यादा पुराना है और संभवत: बांग्लादेश का है.
रामनवमी पर पश्चिम बंगाल के हावड़ा सहित कई इलाकों में जमकर सांप्रदायिक हिंसा देखी गई. मामले में हिंदुओं का कहना है कि शोभा यात्रा पर मुस्लिमों के घरों से पत्थरबाजी शुरू की गई, वहीं मुस्लिमों का कहना है कि जुलूस में मौजूद हिंदुओं ने हमारे खिलाफ नारेबाजी की, जिसके बाद माहौल खराब हुआ और हिंसा शुरू हो गई.
इसी बीच सोशल मीडिया एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग मिलकर दो आदमियों को डंडे से बुरी तरह पीट रहे हैं. एक व्यक्ति को तो अर्धनग्न कर पीटा किया जा रहा है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिम लोग हिंदुओं को मार रहे हैं.
वीडियो के जरिए लोग लिख रहे हैं कि बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए. पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा के मद्देनजर ट्विटर और फेसबुक पर यह वीडियो काफी वायरल है.
Fact Check/Verification
वीडियो के कीफ्रेम्स को गूगल पर रिवर्स सर्च करने पर हमें ट्विटर पर कुछ पोस्ट्स मिले. इनमें वायरल वीडियो मौजूद है. गौर करने वाली बात यह है कि यह पोस्ट्स 15 मई 2020 के हैं. यानी कि वायरल वीडियो हाल-फिलहाल का नहीं, बल्कि पिछले कुछ सालों से ही इंटरनेट पर मौजूद है.
मई 2020 में भी इस वीडियो को पश्चिम बंगाल का बताकर कुछ यूजर्स ने शेयर किया था. कुछ कीवर्ड्स और रिवर्स सर्च की मदद से हमें यह वीडियो न्यूज़ से जुड़े कुछ बांग्लादेशी फेसबुक पेज पर भी मिला. इन पेजों से वायरल वीडियो मार्च 2019 में शेयर किया गया था. BD All Newspaper नाम के एक पेज ने वीडियो के साथ लिखा है कि इन लोगों को ऑटो चोरी करने के जुर्म में पीटा गया.
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हालांकि, हमें ऐसी कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली, जिसमें वीडियो को बांग्लादेश का बताया गया हो. इस कारण हम पुख्ता तौर पर यह नहीं कह सकते कि वीडियो बांग्लादेश का ही है.
Conclusion
यहां निष्कर्ष निकलता है कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. पश्चिम बंगाल में हुई सांप्रदायिक हिंसा की आड़ में मार-पिटाई का चार साल से ज्यादा पुराना वीडियो अभी का बताकर शेयर किया जा रहा है.
Result: False
Our Sources
Tweet of May 15, 2020
Facebook post of March 25, 2019
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An Electronics & Communication engineer by training, Arjun switched to journalism to follow his passion. After completing a diploma in Broadcast Journalism at the India Today Media Institute, he has been debunking mis/disinformation for over three years. His areas of interest are politics and social media. Before joining Newschecker, he was working with the India Today Fact Check team.